महाभारतम् — 12.161.23
Original
Segmented
यो ऽर्थो धर्मेण संयुक्तो धर्मो यः च अर्थ-संयुतः मधु इव अमृत-संयुक्तम् तस्माद् एतौ मतौ इह
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽर्थो | अर्थ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
धर्मेण | धर्म | pos=n,g=m,c=3,n=s |
संयुक्तो | संयुज् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
धर्मो | धर्म | pos=n,g=m,c=1,n=s |
यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
अर्थ | अर्थ | pos=n,comp=y |
संयुतः | संयुत | pos=a,g=m,c=1,n=s |
मधु | मधु | pos=n,g=n,c=1,n=s |
इव | इव | pos=i |
अमृत | अमृत | pos=n,comp=y |
संयुक्तम् | संयुज् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
तस्माद् | तस्मात् | pos=i |
एतौ | एतद् | pos=n,g=m,c=1,n=d |
मतौ | मन् | pos=va,g=m,c=1,n=d,f=part |
इह | इह | pos=i |