महाभारतम् — 12.160.79
Original
Segmented
प्रतर्दनाद् अष्टकः च रुशदश्वो ऽष्टकाद् अपि रुशदश्वाद् भरद्वाजो द्रोणः तस्मात् कृपः ततस् ततस् त्वम् भ्रातृभिः सार्धम् परम-असिम् अवाप्तवान्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
प्रतर्दनाद् | प्रतर्दन | pos=n,g=m,c=5,n=s |
अष्टकः | अष्टक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
रुशदश्वो | रुशदश्व | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽष्टकाद् | अष्टक | pos=n,g=m,c=5,n=s |
अपि | अपि | pos=i |
रुशदश्वाद् | रुशदश्व | pos=n,g=m,c=5,n=s |
भरद्वाजो | भरद्वाज | pos=n,g=m,c=1,n=s |
द्रोणः | द्रोण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तस्मात् | तद् | pos=n,g=m,c=5,n=s |
कृपः | कृप | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ततस् | ततस् | pos=i |
ततस् | ततस् | pos=i |
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
भ्रातृभिः | भ्रातृ | pos=n,g=m,c=3,n=p |
सार्धम् | सार्धम् | pos=i |
परम | परम | pos=a,comp=y |
असिम् | असि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अवाप्तवान् | अवाप् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |