Original

ततः स भगवान्रुद्रो ब्रह्मर्षिगणसंस्तुतः ।प्रगृह्यासिममेयात्मा रूपमन्यच्चकार ह ॥ ४५ ॥

Segmented

ततः स भगवान् रुद्रो ब्रह्मर्षि-गण-संस्तुतः प्रगृह्य असिम् अमेयात्मा रूपम् अन्यत् चकार ह

Analysis

Word Lemma Parse
ततः ततस् pos=i
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
भगवान् भगवन्त् pos=n,g=m,c=1,n=s
रुद्रो रुद्र pos=n,g=m,c=1,n=s
ब्रह्मर्षि ब्रह्मर्षि pos=n,comp=y
गण गण pos=n,comp=y
संस्तुतः संस्तु pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
प्रगृह्य प्रग्रह् pos=vi
असिम् असि pos=n,g=m,c=2,n=s
अमेयात्मा अमेयात्मन् pos=n,g=m,c=1,n=s
रूपम् रूप pos=n,g=n,c=2,n=s
अन्यत् अन्य pos=n,g=n,c=2,n=s
चकार कृ pos=v,p=3,n=s,l=lit
pos=i