महाभारतम् — 12.16.19
Original
Segmented
जटासुरात् परिक्लेशम् चित्रसेनेन च आहवम् सैन्धवात् च परिक्लेशम् कथम् विस्मृतवान् असि पुनः अज्ञात-चर्यायाम् कीचकेन पदा वधम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
जटासुरात् | जटासुर | pos=n,g=m,c=5,n=s |
परिक्लेशम् | परिक्लेश | pos=n,g=m,c=2,n=s |
चित्रसेनेन | चित्रसेन | pos=n,g=m,c=3,n=s |
च | च | pos=i |
आहवम् | आहव | pos=n,g=m,c=2,n=s |
सैन्धवात् | सैन्धव | pos=n,g=m,c=5,n=s |
च | च | pos=i |
परिक्लेशम् | परिक्लेश | pos=n,g=m,c=2,n=s |
कथम् | कथम् | pos=i |
विस्मृतवान् | विस्मृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
असि | अस् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
पुनः | पुनर् | pos=i |
अज्ञात | अज्ञात | pos=a,comp=y |
चर्यायाम् | चर्या | pos=n,g=f,c=7,n=s |
कीचकेन | कीचक | pos=n,g=m,c=3,n=s |
पदा | पद् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
वधम् | वध | pos=n,g=m,c=2,n=s |