Original

परिधायोर्ध्ववालं तु पात्रमादाय मृन्मयम् ।चरेत्सप्त गृहान्भैक्षं स्वकर्म परिकीर्तयन् ॥ ६७ ॥

Segmented

परिधाय ऊर्ध्व-वालम् तु पात्रम् आदाय मृद्-मयम् चरेत् सप्त गृहान् भैक्षम् स्व-कर्म परिकीर्तयन्

Analysis

Word Lemma Parse
परिधाय परिधा pos=vi
ऊर्ध्व ऊर्ध्व pos=a,comp=y
वालम् वाल pos=n,g=m,c=2,n=s
तु तु pos=i
पात्रम् पात्र pos=n,g=n,c=2,n=s
आदाय आदा pos=vi
मृद् मृद् pos=n,comp=y
मयम् मय pos=a,g=n,c=2,n=s
चरेत् चर् pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin
सप्त सप्तन् pos=n,g=m,c=2,n=p
गृहान् गृह pos=n,g=m,c=2,n=p
भैक्षम् भैक्ष pos=n,g=n,c=2,n=s
स्व स्व pos=a,comp=y
कर्म कर्मन् pos=n,g=n,c=2,n=s
परिकीर्तयन् परिकीर्तय् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part