Original

गुरुतल्पमधिष्ठाय दुरात्मा पापचेतनः ।सूर्मीं ज्वलन्तीमाश्लिष्य मृत्युना स विशुध्यति ॥ ४६ ॥

Segmented

गुरु-तल्पम् अधिष्ठाय दुरात्मा पाप-चेतनः सूर्मीम् ज्वलन्तीम् आश्लिष्य मृत्युना स विशुध्यति

Analysis

Word Lemma Parse
गुरु गुरु pos=n,comp=y
तल्पम् तल्प pos=n,g=m,c=2,n=s
अधिष्ठाय अधिष्ठा pos=vi
दुरात्मा दुरात्मन् pos=a,g=m,c=1,n=s
पाप पाप pos=n,comp=y
चेतनः चेतना pos=n,g=m,c=1,n=s
सूर्मीम् सूर्मि pos=n,g=f,c=2,n=s
ज्वलन्तीम् ज्वल् pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part
आश्लिष्य आश्लिष् pos=vi
मृत्युना मृत्यु pos=n,g=m,c=3,n=s
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
विशुध्यति विशुध् pos=v,p=3,n=s,l=lat