महाभारतम् — 12.159.18
Original
Segmented
तस्माद् राज्ञा सदा तेजो दुःसहम् ब्रह्म-वादिनाम् मन्ता शास्ता विधाता च ब्राह्मणो देव उच्यते तस्मिन् न अकुशलम् ब्रूयात् न शुक्ताम् ईरयेद् गिरम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तस्माद् | तस्मात् | pos=i |
राज्ञा | राजन् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
सदा | सदा | pos=i |
तेजो | तेजस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
दुःसहम् | दुःसह | pos=a,g=n,c=1,n=s |
ब्रह्म | ब्रह्मन् | pos=n,comp=y |
वादिनाम् | वादिन् | pos=a,g=m,c=6,n=p |
मन्ता | मन्तृ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
शास्ता | शास्तृ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
विधाता | विधातृ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
ब्राह्मणो | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
देव | देव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उच्यते | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
तस्मिन् | तद् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
न | न | pos=i |
अकुशलम् | अकुशल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
ब्रूयात् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
न | न | pos=i |
शुक्ताम् | शुच् | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
ईरयेद् | ईरय् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
गिरम् | गिर् | pos=n,g=f,c=2,n=s |