महाभारतम् — 12.157.18
Original
Segmented
एतानि एव जितानि आहुः प्रशमात् च त्रयोदश एते हि धार्तराष्ट्राणाम् सर्वे दोषाः त्रयोदश त्वया सर्व-आत्मना नित्यम् विजिता जेष्यसे च तान्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
एतानि | एतद् | pos=n,g=n,c=2,n=p |
एव | एव | pos=i |
जितानि | जि | pos=va,g=n,c=2,n=p,f=part |
आहुः | अह् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
प्रशमात् | प्रशम | pos=n,g=m,c=5,n=s |
च | च | pos=i |
त्रयोदश | त्रयोदशन् | pos=a,g=n,c=2,n=s |
एते | एतद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
हि | हि | pos=i |
धार्तराष्ट्राणाम् | धार्तराष्ट्र | pos=n,g=m,c=6,n=p |
सर्वे | सर्व | pos=n,g=m,c=1,n=p |
दोषाः | दोष | pos=n,g=m,c=1,n=p |
त्रयोदश | त्रयोदशन् | pos=a,g=n,c=1,n=s |
त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
आत्मना | आत्मन् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
विजिता | विजि | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
जेष्यसे | जि | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |
च | च | pos=i |
तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |