महाभारतम् — 12.154.37
Original
Segmented
वैशंपायन उवाच एतद् भीष्मस्य वचनम् श्रुत्वा राजा युधिष्ठिरः अमृतेन इव संतृप्तः प्रहृष्टः समपद्यत
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वैशंपायन | वैशम्पायन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
एतद् | एतद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
भीष्मस्य | भीष्म | pos=n,g=m,c=6,n=s |
वचनम् | वचन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
राजा | राजन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
युधिष्ठिरः | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
अमृतेन | अमृत | pos=n,g=n,c=3,n=s |
इव | इव | pos=i |
संतृप्तः | संतृप् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
प्रहृष्टः | प्रहृष् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
समपद्यत | सम्पद् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |