Original

निष्क्रम्य वनमास्थाय ज्ञानयुक्तो जितेन्द्रियः ।कालाकाङ्क्षी चरन्नेवं ब्रह्मभूयाय कल्पते ॥ २५ ॥

Segmented

निष्क्रम्य वनम् आस्थाय ज्ञान-युक्तः जित-इन्द्रियः काल-आकाङ्क्षी चरन्न् एवम् ब्रह्म-भूयाय कल्पते

Analysis

Word Lemma Parse
निष्क्रम्य निष्क्रम् pos=vi
वनम् वन pos=n,g=n,c=2,n=s
आस्थाय आस्था pos=vi
ज्ञान ज्ञान pos=n,comp=y
युक्तः युज् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
जित जि pos=va,comp=y,f=part
इन्द्रियः इन्द्रिय pos=n,g=m,c=1,n=s
काल काल pos=n,comp=y
आकाङ्क्षी आकाङ्क्षिन् pos=a,g=m,c=1,n=s
चरन्न् चर् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
एवम् एवम् pos=i
ब्रह्म ब्रह्मन् pos=n,comp=y
भूयाय भूय pos=n,g=n,c=4,n=s
कल्पते क्ᄆप् pos=v,p=3,n=s,l=lat