Original

दमेन सदृशं धर्मं नान्यं लोकेषु शुश्रुम ।दमो हि परमो लोके प्रशस्तः सर्वधर्मिणाम् ॥ १० ॥

Segmented

दमेन सदृशम् धर्मम् न अन्यम् लोकेषु शुश्रुम दमो हि परमो लोके प्रशस्तः सर्व-धर्मिन्

Analysis

Word Lemma Parse
दमेन दम pos=n,g=m,c=3,n=s
सदृशम् सदृश pos=a,g=m,c=2,n=s
धर्मम् धर्म pos=n,g=m,c=2,n=s
pos=i
अन्यम् अन्य pos=n,g=m,c=2,n=s
लोकेषु लोक pos=n,g=m,c=7,n=p
शुश्रुम श्रु pos=v,p=1,n=p,l=lit
दमो दम pos=n,g=m,c=1,n=s
हि हि pos=i
परमो परम pos=a,g=m,c=1,n=s
लोके लोक pos=n,g=m,c=7,n=s
प्रशस्तः प्रशंस् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
सर्व सर्व pos=n,comp=y
धर्मिन् धर्मिन् pos=a,g=m,c=6,n=p