महाभारतम् — 12.153.2
Original
Segmented
भीष्म उवाच करोति पापम् यो अज्ञानात् न आत्मनः वेत्ति च क्षमम् प्रद्वेष्टि साधु-वृत्तान् च स लोकस्य एति वचनीय-ताम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
भीष्म | भीष्म | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
करोति | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
पापम् | पाप | pos=n,g=n,c=2,n=s |
यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
अज्ञानात् | अज्ञान | pos=n,g=n,c=5,n=s |
न | न | pos=i |
आत्मनः | आत्मन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
वेत्ति | विद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
च | च | pos=i |
क्षमम् | क्षम | pos=a,g=n,c=2,n=s |
प्रद्वेष्टि | प्रद्विष् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
साधु | साधु | pos=a,comp=y |
वृत्तान् | वृत् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
च | च | pos=i |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
लोकस्य | लोक | pos=n,g=m,c=6,n=s |
एति | इ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
वचनीय | वच् | pos=va,comp=y,f=krtya |
ताम् | ता | pos=n,g=f,c=2,n=s |