महाभारतम् — 12.153.14
Original
Segmented
प्रत्यक्षम् तु कुरु-श्रेष्ठ त्यज लोभम् इह आत्मना त्यक्त्वा लोभम् सुखम् लोके प्रेत्य च अनुचरिष्यसि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
प्रत्यक्षम् | प्रत्यक्ष | pos=a,g=m,c=2,n=s |
तु | तु | pos=i |
कुरु | कुरु | pos=n,comp=y |
श्रेष्ठ | श्रेष्ठ | pos=a,g=m,c=8,n=s |
त्यज | त्यज् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
लोभम् | लोभ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
इह | इह | pos=i |
आत्मना | आत्मन् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
त्यक्त्वा | त्यज् | pos=vi |
लोभम् | लोभ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
सुखम् | सुखम् | pos=i |
लोके | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=s |
प्रेत्य | प्रे | pos=vi |
च | च | pos=i |
अनुचरिष्यसि | अनुचर् | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |