महाभारतम् — 12.152.12
Original
Segmented
यो न पूरयितुम् शक्यो लोभः प्राप्त्या कुरु-उद्वह नित्यम् गम्भीर-तोयाभिः आपगाभिः इव उदधिः न प्रहृष्यति लाभैः यो यः च कामैः न तृप्यति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
पूरयितुम् | पूरय् | pos=vi |
शक्यो | शक्य | pos=a,g=m,c=1,n=s |
लोभः | लोभ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
प्राप्त्या | प्राप्ति | pos=n,g=f,c=3,n=s |
कुरु | कुरु | pos=n,comp=y |
उद्वह | उद्वह | pos=n,g=m,c=8,n=s |
नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
गम्भीर | गम्भीर | pos=a,comp=y |
तोयाभिः | तोय | pos=n,g=f,c=3,n=p |
आपगाभिः | आपगा | pos=n,g=f,c=3,n=p |
इव | इव | pos=i |
उदधिः | उदधि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
प्रहृष्यति | प्रहृष् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
लाभैः | लाभ | pos=n,g=m,c=3,n=p |
यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
कामैः | काम | pos=n,g=m,c=3,n=p |
न | न | pos=i |
तृप्यति | तृप् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |