Original

शल्मलिरुवाच ।न मे वायुः सखा ब्रह्मन्न बन्धुर्न च मे सुहृत् ।परमेष्ठी तथा नैव येन रक्षति मानिलः ॥ २३ ॥

Segmented

शल्मलिः उवाच न मे वायुः सखा ब्रह्मन् न बन्धुः न च मे सुहृत् परमेष्ठी तथा न एव येन रक्षति माम् अनिलः

Analysis

Word Lemma Parse
शल्मलिः शल्मलि pos=n,g=m,c=1,n=s
उवाच वच् pos=v,p=3,n=s,l=lit
pos=i
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
वायुः वायु pos=n,g=m,c=1,n=s
सखा सखि pos=n,g=,c=1,n=s
ब्रह्मन् ब्रह्मन् pos=n,g=m,c=8,n=s
pos=i
बन्धुः बन्धु pos=n,g=m,c=1,n=s
pos=i
pos=i
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
सुहृत् सुहृद् pos=n,g=m,c=1,n=s
परमेष्ठी परमेष्ठिन् pos=n,g=m,c=1,n=s
तथा तथा pos=i
pos=i
एव एव pos=i
येन येन pos=i
रक्षति रक्ष् pos=v,p=3,n=s,l=lat
माम् मद् pos=n,g=,c=2,n=s
अनिलः अनिल pos=n,g=m,c=1,n=s