महाभारतम् — 12.150.13
Original
Segmented
त्वाम् संरक्षेत पवनः सखि-त्वेन न संशयः तस्माद् बहल-शाखः ऽसि पर्णवान् पुष्पवान् अपि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
संरक्षेत | संरक्ष् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
पवनः | पवन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
सखि | सखी | pos=n,comp=y |
त्वेन | त्व | pos=n,g=n,c=3,n=s |
न | न | pos=i |
संशयः | संशय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तस्माद् | तस्मात् | pos=i |
बहल | बहल | pos=a,comp=y |
शाखः | शाखा | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽसि | अस् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
पर्णवान् | पर्णवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
पुष्पवान् | पुष्पवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
अपि | अपि | pos=i |