Original

लोकयात्रार्थमेवेह धर्मप्रवचनं कृतम् ।अहिंसा साधुहिंसेति श्रेयान्धर्मपरिग्रहः ॥ ४९ ॥

Segmented

लोकयात्रा-अर्थम् एव इह धर्म-प्रवचनम् कृतम् अहिंसा साधु-हिंसा इति श्रेयान् धर्म-परिग्रहः

Analysis

Word Lemma Parse
लोकयात्रा लोकयात्रा pos=n,comp=y
अर्थम् अर्थ pos=n,g=m,c=2,n=s
एव एव pos=i
इह इह pos=i
धर्म धर्म pos=n,comp=y
प्रवचनम् प्रवचन pos=n,g=n,c=1,n=s
कृतम् कृ pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
अहिंसा अहिंसा pos=n,g=f,c=1,n=s
साधु साधु pos=a,comp=y
हिंसा हिंसा pos=n,g=f,c=1,n=s
इति इति pos=i
श्रेयान् श्रेयस् pos=a,g=m,c=1,n=s
धर्म धर्म pos=n,comp=y
परिग्रहः परिग्रह pos=n,g=m,c=1,n=s