Original

सर्वो दण्डजितो लोको दुर्लभो हि शुचिर्नरः ।दण्डस्य हि भयाद्भीतो भोगायेह प्रकल्पते ॥ ३४ ॥

Segmented

सर्वो दण्ड-जितः लोको दुर्लभो हि शुचिः नरः दण्डस्य हि भयाद् भीतो भोगाय इह प्रकल्पते

Analysis

Word Lemma Parse
सर्वो सर्व pos=n,g=m,c=1,n=s
दण्ड दण्ड pos=n,comp=y
जितः जि pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
लोको लोक pos=n,g=m,c=1,n=s
दुर्लभो दुर्लभ pos=a,g=m,c=1,n=s
हि हि pos=i
शुचिः शुचि pos=a,g=m,c=1,n=s
नरः नर pos=n,g=m,c=1,n=s
दण्डस्य दण्ड pos=n,g=m,c=6,n=s
हि हि pos=i
भयाद् भय pos=n,g=n,c=5,n=s
भीतो भी pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
भोगाय भोग pos=n,g=m,c=4,n=s
इह इह pos=i
प्रकल्पते प्रक्ᄆप् pos=v,p=3,n=s,l=lat