महाभारतम् — 12.149.99
Original
Segmented
जम्बुक उवाच स्थीयताम् न इह भेतव्यम् यावत् तपति भास्करः तावद् अस्मिन् सुत-स्नेहात् अनिर्वेदेन वर्तत
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
जम्बुक | जम्बुक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
स्थीयताम् | स्था | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
न | न | pos=i |
इह | इह | pos=i |
भेतव्यम् | भी | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
यावत् | यावत् | pos=i |
तपति | तप् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
भास्करः | भास्कर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तावद् | तावत् | pos=i |
अस्मिन् | इदम् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
सुत | सुत | pos=n,comp=y |
स्नेहात् | स्नेह | pos=n,g=m,c=5,n=s |
अनिर्वेदेन | अनिर्वेद | pos=n,g=m,c=3,n=s |
वर्तत | वृत् | pos=v,p=2,n=p,l=lot |