महाभारतम् — 12.149.42
Original
Segmented
जम्बुक उवाच अहो मन्दीकृतः स्नेहो गृध्रेन इह अल्प-मेधसा पुत्र-स्नेह-अभिभूतानाम् युष्माकम् शोचताम् भृशम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
जम्बुक | जम्बुक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
अहो | अहो | pos=i |
मन्दीकृतः | मन्दीकृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
स्नेहो | स्नेह | pos=n,g=m,c=1,n=s |
गृध्रेन | गृध्र | pos=n,g=m,c=3,n=s |
इह | इह | pos=i |
अल्प | अल्प | pos=a,comp=y |
मेधसा | मेधस् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
पुत्र | पुत्र | pos=n,comp=y |
स्नेह | स्नेह | pos=n,comp=y |
अभिभूतानाम् | अभिभू | pos=va,g=m,c=6,n=p,f=part |
युष्माकम् | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=p |
शोचताम् | शुच् | pos=va,g=m,c=6,n=p,f=part |
भृशम् | भृशम् | pos=i |