महाभारतम् — 12.149.37
Original
Segmented
यत् करोति शुभम् कर्म तथा अधर्मम् सु दारुणम् तत् कर्ता एव समश्नाति बान्धवानाम् किम् अत्र हि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यत् | यद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
करोति | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
शुभम् | शुभ | pos=a,g=n,c=2,n=s |
कर्म | कर्मन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
तथा | तथा | pos=i |
अधर्मम् | अधर्म | pos=n,g=m,c=2,n=s |
सु | सु | pos=i |
दारुणम् | दारुण | pos=a,g=m,c=2,n=s |
तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
कर्ता | कर्तृ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
एव | एव | pos=i |
समश्नाति | समश् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
बान्धवानाम् | बान्धव | pos=n,g=m,c=6,n=p |
किम् | क | pos=n,g=n,c=1,n=s |
अत्र | अत्र | pos=i |
हि | हि | pos=i |