महाभारतम् — 12.148.7
Original
Segmented
तद् एव राज्ञाम् परमम् पवित्रम् जनमेजय तेन सम्यग् गृहीतेन श्रेयांसम् धर्मम् आप्स्यसि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
एव | एव | pos=i |
राज्ञाम् | राजन् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
परमम् | परम | pos=a,g=n,c=1,n=s |
पवित्रम् | पवित्र | pos=a,g=n,c=1,n=s |
जनमेजय | जनमेजय | pos=n,g=m,c=8,n=s |
तेन | तद् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
सम्यग् | सम्यक् | pos=i |
गृहीतेन | ग्रह् | pos=va,g=n,c=3,n=s,f=part |
श्रेयांसम् | श्रेयस् | pos=a,g=m,c=2,n=s |
धर्मम् | धर्म | pos=n,g=m,c=2,n=s |
आप्स्यसि | आप् | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |