महाभारतम् — 12.148.24
Original
Segmented
तपः-चर्या-परः सद्यः पापात् हि परिमुच्यते संवत्सरम् उपास्य अग्निम् अभिशस्तः प्रमुच्यते त्रीणि वर्षाणि उपास्य अग्निम् भ्रूण-हा विप्रमुच्यते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तपः | तपस् | pos=n,comp=y |
चर्या | चर्या | pos=n,comp=y |
परः | पर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
सद्यः | सद्यस् | pos=i |
पापात् | पाप | pos=n,g=n,c=5,n=s |
हि | हि | pos=i |
परिमुच्यते | परिमुच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
संवत्सरम् | संवत्सर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
उपास्य | उपास् | pos=vi |
अग्निम् | अग्नि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अभिशस्तः | अभिशंस् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
प्रमुच्यते | प्रमुच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
त्रीणि | त्रि | pos=n,g=n,c=2,n=p |
वर्षाणि | वर्ष | pos=n,g=n,c=2,n=p |
उपास्य | उपास् | pos=vi |
अग्निम् | अग्नि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
भ्रूण | भ्रूण | pos=n,comp=y |
हा | हन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
विप्रमुच्यते | विप्रमुच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |