Original

विदित्वोभयतो वीर्यं माहात्म्यं वेद आगमे ।कुरुष्वेह महाशान्तिं ब्रह्मा शरणमस्तु ते ॥ १३ ॥

Segmented

विदित्वा उभयतस् वीर्यम् माहात्म्यम् वेद आगमे कुरुष्व इह महा-शान्तिम् ब्रह्मा शरणम् अस्तु ते

Analysis

Word Lemma Parse
विदित्वा विद् pos=vi
उभयतस् उभयतस् pos=i
वीर्यम् वीर्य pos=n,g=n,c=2,n=s
माहात्म्यम् माहात्म्य pos=n,g=n,c=2,n=s
वेद वेद pos=n,g=m,c=7,n=s
आगमे आगम pos=n,g=m,c=7,n=s
कुरुष्व कृ pos=v,p=2,n=s,l=lot
इह इह pos=i
महा महत् pos=a,comp=y
शान्तिम् शान्ति pos=n,g=f,c=2,n=s
ब्रह्मा ब्रह्मन् pos=n,g=m,c=1,n=s
शरणम् शरण pos=n,g=n,c=1,n=s
अस्तु अस् pos=v,p=3,n=s,l=lot
ते त्वद् pos=n,g=,c=4,n=s