महाभारतम् — 12.147.10
Original
Segmented
शौनक उवाच किम् आश्चर्यम् यतः प्राज्ञो बहु कुर्यात् हि सांप्रतम् इति वै पण्डितो भूत्वा भूतानाम् न उपतप्यति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
शौनक | शौनक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
किम् | क | pos=n,g=n,c=1,n=s |
आश्चर्यम् | आश्चर्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
यतः | यतस् | pos=i |
प्राज्ञो | प्राज्ञ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
बहु | बहु | pos=a,g=n,c=2,n=s |
कुर्यात् | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
हि | हि | pos=i |
सांप्रतम् | सांप्रतम् | pos=i |
इति | इति | pos=i |
वै | वै | pos=i |
पण्डितो | पण्डित | pos=n,g=m,c=1,n=s |
भूत्वा | भू | pos=vi |
भूतानाम् | भूत | pos=n,g=n,c=6,n=p |
न | न | pos=i |
उपतप्यति | उपतप् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |