Original

उपवासकृशोऽत्यर्थं स तु पार्थिव लुब्धकः ।उपसर्पत संहृष्टः श्वापदाध्युषितं वनम् ॥ ५ ॥

Segmented

उपवास-कृशः ऽत्यर्थम् स तु पार्थिव लुब्धकः उपसर्पत संहृष्टः श्वापद-अध्युषितम् वनम्

Analysis

Word Lemma Parse
उपवास उपवास pos=n,comp=y
कृशः कृश pos=a,g=m,c=1,n=s
ऽत्यर्थम् अत्यर्थम् pos=i
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
तु तु pos=i
पार्थिव पार्थिव pos=n,g=m,c=8,n=s
लुब्धकः लुब्धक pos=n,g=m,c=1,n=s
उपसर्पत उपसृप् pos=v,p=3,n=s,l=lan
संहृष्टः संहृष् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
श्वापद श्वापद pos=n,comp=y
अध्युषितम् अधिवस् pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part
वनम् वन pos=n,g=n,c=2,n=s