Original

नास्ति भर्तृसमो नाथो न च भर्तृसमं सुखम् ।विसृज्य धनसर्वस्वं भर्ता वै शरणं स्त्रियाः ॥ ७ ॥

Segmented

न अस्ति भर्तृ-समः नाथो न च भर्तृ-समम् सुखम् विसृज्य धन-सर्व-स्वम् भर्ता वै शरणम् स्त्रियाः

Analysis

Word Lemma Parse
pos=i
अस्ति अस् pos=v,p=3,n=s,l=lat
भर्तृ भर्तृ pos=n,comp=y
समः सम pos=n,g=m,c=1,n=s
नाथो नाथ pos=n,g=m,c=1,n=s
pos=i
pos=i
भर्तृ भर्तृ pos=n,comp=y
समम् सम pos=n,g=n,c=1,n=s
सुखम् सुख pos=n,g=n,c=1,n=s
विसृज्य विसृज् pos=vi
धन धन pos=n,comp=y
सर्व सर्व pos=n,comp=y
स्वम् स्व pos=n,g=n,c=2,n=s
भर्ता भर्तृ pos=n,g=m,c=1,n=s
वै वै pos=i
शरणम् शरण pos=n,g=n,c=1,n=s
स्त्रियाः स्त्री pos=n,g=f,c=6,n=s