Original

पार्श्वतःकरणं प्रज्ञा विषूची त्वापगा इव ।जनस्तूच्चारितं धर्मं विजानात्यन्यथान्यथा ॥ ९ ॥

Segmented

पार्श्वतस् करणम् प्रज्ञा विषूची तु आपगाः इव जनः तु उच्चारितम् धर्मम् विजानाति अन्यथा अन्यथा

Analysis

Word Lemma Parse
पार्श्वतस् पार्श्वतस् pos=i
करणम् करण pos=n,g=n,c=1,n=s
प्रज्ञा प्रज्ञा pos=n,g=f,c=1,n=s
विषूची विषूची pos=n,g=f,c=1,n=s
तु तु pos=i
आपगाः आपगा pos=n,g=f,c=1,n=p
इव इव pos=i
जनः जन pos=n,g=m,c=1,n=s
तु तु pos=i
उच्चारितम् उच्चारय् pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part
धर्मम् धर्म pos=n,g=m,c=2,n=s
विजानाति विज्ञा pos=v,p=3,n=s,l=lat
अन्यथा अन्यथा pos=i
अन्यथा अन्यथा pos=i