महाभारतम् — 12.140.24
Original
Segmented
उग्राय एव हि सृष्टो ऽसि कर्मणे न तु अवेक्षसे अङ्ग इमाम् अन्ववेक्षस्व राज-नीतिम् बुभूषितुम् यया प्रमुच्यते तु अन्यः यद्-अर्थम् च प्रमोदते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
उग्राय | उग्र | pos=a,g=n,c=4,n=s |
एव | एव | pos=i |
हि | हि | pos=i |
सृष्टो | सृज् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
ऽसि | अस् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
कर्मणे | कर्मन् | pos=n,g=n,c=4,n=s |
न | न | pos=i |
तु | तु | pos=i |
अवेक्षसे | अवेक्ष् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
अङ्ग | अङ्ग | pos=i |
इमाम् | इदम् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
अन्ववेक्षस्व | अन्ववेक्ष् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
राज | राजन् | pos=n,comp=y |
नीतिम् | नीति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
बुभूषितुम् | बुभूष् | pos=vi |
यया | यद् | pos=n,g=f,c=3,n=s |
प्रमुच्यते | प्रमुच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
तु | तु | pos=i |
अन्यः | अन्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
यद् | यद् | pos=n,comp=y |
अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
प्रमोदते | प्रमुद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |