Original

वैरबन्धकृतं दुःखं हिंसाजं स्त्रीकृतं तथा ।दुःखं सुखेन सततं जनाद्विपरिवर्तते ॥ ६० ॥

Segmented

वैर-बन्ध-कृतम् दुःखम् हिंसा-जम् स्त्री-कृतम् तथा दुःखम् सुखेन सततम् जनाद् विपरिवर्तते

Analysis

Word Lemma Parse
वैर वैर pos=n,comp=y
बन्ध बन्ध pos=n,comp=y
कृतम् कृ pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
दुःखम् दुःख pos=n,g=n,c=1,n=s
हिंसा हिंसा pos=n,comp=y
जम् pos=a,g=n,c=1,n=s
स्त्री स्त्री pos=n,comp=y
कृतम् कृ pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
तथा तथा pos=i
दुःखम् दुःख pos=n,g=n,c=1,n=s
सुखेन सुख pos=n,g=n,c=3,n=s
सततम् सततम् pos=i
जनाद् जन pos=n,g=m,c=5,n=s
विपरिवर्तते विपरिवृत् pos=v,p=3,n=s,l=lat