महाभारतम् — 12.136.90
Original
Segmented
अकाल-विप्रमुक्तात् मे त्वत्त एव भयम् भवेत् तस्मात् कालम् प्रतीक्षस्व किम् इति त्वरसे सखे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अकाल | अकाल | pos=n,comp=y |
विप्रमुक्तात् | विप्रमुच् | pos=va,g=m,c=5,n=s,f=part |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
त्वत्त | त्वद् | pos=n,g=m,c=5,n=s |
एव | एव | pos=i |
भयम् | भय | pos=n,g=n,c=1,n=s |
भवेत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
तस्मात् | तस्मात् | pos=i |
कालम् | काल | pos=n,g=m,c=2,n=s |
प्रतीक्षस्व | प्रतीक्ष् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
किम् | किम् | pos=i |
इति | इति | pos=i |
त्वरसे | त्वर् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
सखे | सखि | pos=n,g=,c=8,n=s |