महाभारतम् — 12.136.62
Original
Segmented
एवम् उक्त्वा तु पलितः तद्-अर्थम् उभयोः हितम् हेतुमद् ग्रहणीयम् च काल-आकाङ्क्षी व्यपैक्षत
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
एवम् | एवम् | pos=i |
उक्त्वा | वच् | pos=vi |
तु | तु | pos=i |
पलितः | पलित | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तद् | तद् | pos=n,comp=y |
अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
उभयोः | उभय | pos=a,g=m,c=7,n=d |
हितम् | हित | pos=a,g=n,c=2,n=s |
हेतुमद् | हेतुमत् | pos=a,g=n,c=2,n=s |
ग्रहणीयम् | ग्रह् | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=krtya |
च | च | pos=i |
काल | काल | pos=n,comp=y |
आकाङ्क्षी | आकाङ्क्षिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
व्यपैक्षत | व्यपेक्ष् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |