महाभारतम् — 12.136.34
Original
Segmented
आपद्-यस्याम् सु कष्टायाम् मरणे समुपस्थिते समन्ताद् भय उत्पन्ने कथम् कार्यम् हित-एषिणा
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
आपद् | आपद् | pos=n,comp=y |
यस्याम् | यद् | pos=n,g=f,c=7,n=s |
सु | सु | pos=i |
कष्टायाम् | कष्ट | pos=a,g=f,c=7,n=s |
मरणे | मरण | pos=n,g=n,c=7,n=s |
समुपस्थिते | समुपस्था | pos=va,g=n,c=7,n=s,f=part |
समन्ताद् | समन्तात् | pos=i |
भय | भय | pos=n,g=n,c=7,n=s |
उत्पन्ने | उत्पद् | pos=va,g=n,c=7,n=s,f=part |
कथम् | कथम् | pos=i |
कार्यम् | कृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
हित | हित | pos=n,comp=y |
एषिणा | एषिन् | pos=a,g=m,c=3,n=s |