महाभारतम् — 12.136.196
Original
Segmented
तत्र प्राज्ञो ऽभिसंधत्ते सम्यग् बुद्धि-बल-आश्रयात् अभिसंधीयते प्राज्ञः प्रमादाद् अपि च अबुधैः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तत्र | तत्र | pos=i |
प्राज्ञो | प्राज्ञ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
ऽभिसंधत्ते | अभिसंधा | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
सम्यग् | सम्यक् | pos=i |
बुद्धि | बुद्धि | pos=n,comp=y |
बल | बल | pos=n,comp=y |
आश्रयात् | आश्रय | pos=n,g=m,c=5,n=s |
अभिसंधीयते | अभिसंधा | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
प्राज्ञः | प्राज्ञ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
प्रमादाद् | प्रमाद | pos=n,g=m,c=5,n=s |
अपि | अपि | pos=i |
च | च | pos=i |
अबुधैः | अबुध | pos=a,g=m,c=3,n=p |