महाभारतम् — 12.136.133
Original
Segmented
यो यस्मिञ् जीवति स्व-अर्थम् पश्येत् तावत् स जीवति स तस्य तावत् मित्रम् स्याद् यावत् न स्याद् विपर्ययः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
यस्मिञ् | यद् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
जीवति | जीव् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
स्व | स्व | pos=a,comp=y |
अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
पश्येत् | पश् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
तावत् | तावत् | pos=i |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
जीवति | जीव् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
तावत् | तावत् | pos=i |
मित्रम् | मित्र | pos=n,g=n,c=1,n=s |
स्याद् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
यावत् | यावत् | pos=i |
न | न | pos=i |
स्याद् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
विपर्ययः | विपर्यय | pos=n,g=m,c=1,n=s |