महाभारतम् — 12.136.124
Original
Segmented
अहम् च पूजयिष्ये त्वाम् स मित्र-गण-बान्धवम् जीवितस्य प्रदातारम् कृतज्ञः को न पूजयेत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
पूजयिष्ये | पूजय् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
स | स | pos=i |
मित्र | मित्र | pos=n,comp=y |
गण | गण | pos=n,comp=y |
बान्धवम् | बान्धव | pos=n,g=m,c=2,n=s |
जीवितस्य | जीवित | pos=n,g=n,c=6,n=s |
प्रदातारम् | प्रदातृ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
कृतज्ञः | कृतज्ञ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
को | क | pos=n,g=m,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
पूजयेत् | पूजय् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |