महाभारतम् — 12.136.103
Original
Segmented
कृत्वा बलवता संधिम् आत्मानम् यो न रक्षति अपथ्यम् इव तद् भुक्तम् तस्य अनर्थाय कल्पते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
कृत्वा | कृ | pos=vi |
बलवता | बलवत् | pos=a,g=m,c=3,n=s |
संधिम् | संधि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
आत्मानम् | आत्मन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
रक्षति | रक्ष् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
अपथ्यम् | अपथ्य | pos=a,g=n,c=1,n=s |
इव | इव | pos=i |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
भुक्तम् | भुक्त | pos=n,g=n,c=1,n=s |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
अनर्थाय | अनर्थ | pos=n,g=m,c=4,n=s |
कल्पते | क्ᄆप् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |