Original

श्रुतं मे तव मार्जार स्वमर्थं परिगृह्णतः ।ममापि त्वं विजानीहि स्वमर्थं परिगृह्णतः ॥ १०१ ॥

Segmented

श्रुतम् मे तव मार्जार स्वम् अर्थम् परिगृह्णतः मे अपि त्वम् विजानीहि स्वम् अर्थम् परिगृह्णतः

Analysis

Word Lemma Parse
श्रुतम् श्रु pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
तव त्वद् pos=n,g=,c=6,n=s
मार्जार मार्जार pos=n,g=m,c=8,n=s
स्वम् स्व pos=a,g=m,c=2,n=s
अर्थम् अर्थ pos=n,g=m,c=2,n=s
परिगृह्णतः परिग्रह् pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
अपि अपि pos=i
त्वम् त्वद् pos=n,g=,c=1,n=s
विजानीहि विज्ञा pos=v,p=2,n=s,l=lot
स्वम् स्व pos=a,g=m,c=2,n=s
अर्थम् अर्थ pos=n,g=m,c=2,n=s
परिगृह्णतः परिग्रह् pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part