महाभारतम् — 12.136.1
Original
Segmented
युधिष्ठिर उवाच सर्वत्र बुद्धिः कथिता श्रेष्ठा ते भरत-ऋषभ अनागता तथा उत्पन्ना दीर्घसूत्रा विनाशिनी
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
युधिष्ठिर | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
सर्वत्र | सर्वत्र | pos=i |
बुद्धिः | बुद्धि | pos=n,g=f,c=1,n=s |
कथिता | कथय् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
श्रेष्ठा | श्रेष्ठ | pos=a,g=f,c=1,n=s |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
भरत | भरत | pos=n,comp=y |
ऋषभ | ऋषभ | pos=n,g=m,c=8,n=s |
अनागता | अनागत | pos=a,g=f,c=1,n=s |
तथा | तथा | pos=i |
उत्पन्ना | उत्पद् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
दीर्घसूत्रा | दीर्घसूत्र | pos=a,g=f,c=1,n=s |
विनाशिनी | विनाशिन् | pos=a,g=f,c=1,n=s |