Original

उपमामत्र वक्ष्यामि धर्मतत्त्वप्रकाशिनीम् ।यूपं छिन्दन्ति यज्ञार्थं तत्र ये परिपन्थिनः ॥ ४० ॥

Segmented

उपमाम् अत्र वक्ष्यामि धर्म-तत्त्व-प्रकाशिन् यूपम् छिन्दन्ति यज्ञ-अर्थम् तत्र ये परिपन्थिनः

Analysis

Word Lemma Parse
उपमाम् उपमा pos=n,g=f,c=2,n=s
अत्र अत्र pos=i
वक्ष्यामि वच् pos=v,p=1,n=s,l=lrt
धर्म धर्म pos=n,comp=y
तत्त्व तत्त्व pos=n,comp=y
प्रकाशिन् प्रकाशिन् pos=a,g=f,c=2,n=s
यूपम् यूप pos=n,g=m,c=2,n=s
छिन्दन्ति छिद् pos=v,p=3,n=p,l=lat
यज्ञ यज्ञ pos=n,comp=y
अर्थम् अर्थ pos=n,g=m,c=2,n=s
तत्र तत्र pos=i
ये यद् pos=n,g=m,c=1,n=p
परिपन्थिनः परिपन्थिन् pos=a,g=m,c=1,n=p