Original

कोशं दण्डं बलं मित्रं यदन्यदपि संचितम् ।न कुर्वीतान्तरं राष्ट्रे राजा परिगते क्षुधा ॥ ३२ ॥

Segmented

कोशम् दण्डम् बलम् मित्रम् यद् अन्यद् अपि संचितम् न कुर्वीत अन्तरम् राष्ट्रे राजा परिगते क्षुधा

Analysis

Word Lemma Parse
कोशम् कोश pos=n,g=m,c=2,n=s
दण्डम् दण्ड pos=n,g=m,c=2,n=s
बलम् बल pos=n,g=n,c=2,n=s
मित्रम् मित्र pos=n,g=n,c=2,n=s
यद् यद् pos=n,g=n,c=1,n=s
अन्यद् अन्य pos=n,g=n,c=1,n=s
अपि अपि pos=i
संचितम् संचि pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
pos=i
कुर्वीत कृ pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin
अन्तरम् अन्तर pos=n,g=n,c=2,n=s
राष्ट्रे राष्ट्र pos=n,g=n,c=7,n=s
राजा राजन् pos=n,g=m,c=1,n=s
परिगते परिगम् pos=va,g=n,c=7,n=s,f=part
क्षुधा क्षुध् pos=n,g=f,c=3,n=s