Original

क्षत्रियो वृत्तिसंरोधे कस्य नादातुमर्हति ।अन्यत्र तापसस्वाच्च ब्राह्मणस्वाच्च भारत ॥ २० ॥

Segmented

क्षत्रियो वृत्ति-संरोधे कस्य न आदातुम् अर्हति अन्यत्र तापस-स्वात् च ब्राह्मण-स्वात् च भारत

Analysis

Word Lemma Parse
क्षत्रियो क्षत्रिय pos=n,g=m,c=1,n=s
वृत्ति वृत्ति pos=n,comp=y
संरोधे संरोध pos=n,g=m,c=7,n=s
कस्य pos=n,g=m,c=6,n=s
pos=i
आदातुम् आदा pos=vi
अर्हति अर्ह् pos=v,p=3,n=s,l=lat
अन्यत्र अन्यत्र pos=i
तापस तापस pos=n,comp=y
स्वात् स्व pos=n,g=n,c=5,n=s
pos=i
ब्राह्मण ब्राह्मण pos=n,comp=y
स्वात् स्व pos=n,g=n,c=5,n=s
pos=i
भारत भारत pos=n,g=m,c=8,n=s