महाभारतम् — 12.124.59
Original
Segmented
शीलेन हि त्वया लोकाः सर्वे धर्म-ज्ञ निर्जिताः तद् विज्ञाय महा-इन्द्रेण तव शीलम् हृतम् प्रभो
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
शीलेन | शील | pos=n,g=n,c=3,n=s |
हि | हि | pos=i |
त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
लोकाः | लोक | pos=n,g=m,c=1,n=p |
सर्वे | सर्व | pos=n,g=m,c=1,n=p |
धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
ज्ञ | ज्ञ | pos=a,g=m,c=8,n=s |
निर्जिताः | निर्जि | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
विज्ञाय | विज्ञा | pos=vi |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
इन्द्रेण | इन्द्र | pos=n,g=m,c=3,n=s |
तव | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
शीलम् | शील | pos=n,g=n,c=1,n=s |
हृतम् | हृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
प्रभो | प्रभु | pos=a,g=m,c=8,n=s |