महाभारतम् — 12.124.23
Original
Segmented
बृहस्पतिः उवाच विशेषो ऽस्ति महान् तात भार्गवस्य महात्मनः तत्र आगमय भद्रम् ते भूय एव पुरंदर
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
बृहस्पतिः | बृहस्पति | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
विशेषो | विशेष | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽस्ति | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
महान् | महत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
तात | तात | pos=n,g=m,c=8,n=s |
भार्गवस्य | भार्गव | pos=n,g=m,c=6,n=s |
महात्मनः | महात्मन् | pos=a,g=m,c=6,n=s |
तत्र | तत्र | pos=i |
आगमय | आगमय् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
भद्रम् | भद्र | pos=n,g=n,c=1,n=s |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=4,n=s |
भूय | भूयस् | pos=i |
एव | एव | pos=i |
पुरंदर | पुरंदर | pos=n,g=m,c=8,n=s |