महाभारतम् — 12.123.1
Original
Segmented
युधिष्ठिर उवाच तात धर्म-अर्थ-कामानाम् श्रोतुम् इच्छामि निश्चयम् लोकयात्रा हि कार्त्स्न्येन त्रिषु एतेषु प्रतिष्ठिता
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
युधिष्ठिर | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
तात | तात | pos=n,g=m,c=8,n=s |
धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
अर्थ | अर्थ | pos=n,comp=y |
कामानाम् | काम | pos=n,g=m,c=6,n=p |
श्रोतुम् | श्रु | pos=vi |
इच्छामि | इष् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
निश्चयम् | निश्चय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
लोकयात्रा | लोकयात्रा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
हि | हि | pos=i |
कार्त्स्न्येन | कार्त्स्न्य | pos=n,g=n,c=3,n=s |
त्रिषु | त्रि | pos=n,g=m,c=7,n=p |
एतेषु | एतद् | pos=n,g=m,c=7,n=p |
प्रतिष्ठिता | प्रतिष्ठा | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |