महाभारतम् — 12.120.7
Original
Segmented
नित्यम् रक्षय्-मन्त्रः स्याद् यथा मूकः शरच्छिखी श्लक्ष्ण-अक्षर-तनुः श्रीमान् भवेत् शास्त्र-विशारदः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
रक्षय् | रक्षय् | pos=va,comp=y,f=part |
मन्त्रः | मन्त्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
स्याद् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
यथा | यथा | pos=i |
मूकः | मूक | pos=a,g=m,c=1,n=s |
शरच्छिखी | शरच्छिखिन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
श्लक्ष्ण | श्लक्ष्ण | pos=a,comp=y |
अक्षर | अक्षर | pos=n,comp=y |
तनुः | तनु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
श्रीमान् | श्रीमत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
भवेत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
शास्त्र | शास्त्र | pos=n,comp=y |
विशारदः | विशारद | pos=a,g=m,c=1,n=s |