महाभारतम् — 12.120.38
Original
Segmented
हरेत् कीर्तिम् धर्मम् अस्य उपरुन्ध्यात् अर्थे दीर्घम् वीर्यम् अस्य उपहन्यात् रिपुः द्वेष्टा दुर्बलो वा बली वा तस्मात् शत्रौ न एव यत-आत्मा
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
हरेत् | हृ | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
कीर्तिम् | कीर्ति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
धर्मम् | धर्म | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
उपरुन्ध्यात् | उपरुध् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
अर्थे | अर्थ | pos=n,g=m,c=7,n=s |
दीर्घम् | दीर्घ | pos=a,g=n,c=2,n=s |
वीर्यम् | वीर्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
उपहन्यात् | उपहन् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
रिपुः | रिपु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
द्वेष्टा | द्वेष्टृ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
दुर्बलो | दुर्बल | pos=a,g=m,c=1,n=s |
वा | वा | pos=i |
बली | बलिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
वा | वा | pos=i |
तस्मात् | तस्मात् | pos=i |
शत्रौ | शत्रु | pos=n,g=m,c=7,n=s |
न | न | pos=i |
एव | एव | pos=i |
यत | यम् | pos=va,comp=y,f=part |
आत्मा | आत्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |