महाभारतम् — 12.120.30
Original
Segmented
नित्यम् राष्ट्रम् अवेक्षेत गोभिः सूर्य इव उत्पतन् चारान् च न चरान् विद्यात् तथा बुद्ध्या न संज्वरेत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
राष्ट्रम् | राष्ट्र | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अवेक्षेत | अवेक्ष् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
गोभिः | गो | pos=n,g=,c=3,n=p |
सूर्य | सूर्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
इव | इव | pos=i |
उत्पतन् | उत्पत् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
चारान् | चार | pos=n,g=m,c=2,n=p |
च | च | pos=i |
न | न | pos=i |
चरान् | चर | pos=a,g=m,c=2,n=p |
विद्यात् | विद् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
तथा | तथा | pos=i |
बुद्ध्या | बुद्धि | pos=n,g=f,c=3,n=s |
न | न | pos=i |
संज्वरेत् | संज्वर् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |