महाभारतम् — 12.12.35
Original
Segmented
निहत्य शत्रून् तरसा समृद्धान् शक्रो यथा दैत्य-बलानि संख्ये कः पार्थ शोचेत् निरतः स्वधर्मे पूर्वैः स्मृते पार्थिव शिष्ट-जुष्टे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
निहत्य | निहन् | pos=vi |
शत्रून् | शत्रु | pos=n,g=m,c=2,n=p |
तरसा | तरस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
समृद्धान् | समृध् | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
शक्रो | शक्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
यथा | यथा | pos=i |
दैत्य | दैत्य | pos=n,comp=y |
बलानि | बल | pos=n,g=n,c=2,n=p |
संख्ये | संख्य | pos=n,g=n,c=7,n=s |
कः | क | pos=n,g=m,c=1,n=s |
पार्थ | पार्थ | pos=n,g=m,c=8,n=s |
शोचेत् | शुच् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
निरतः | निरत | pos=a,g=m,c=1,n=s |
स्वधर्मे | स्वधर्म | pos=n,g=m,c=7,n=s |
पूर्वैः | पूर्व | pos=n,g=m,c=3,n=p |
स्मृते | स्मृ | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
पार्थिव | पार्थिव | pos=n,g=m,c=8,n=s |
शिष्ट | शास् | pos=va,comp=y,f=part |
जुष्टे | जुष् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |