महाभारतम् — 12.12.32
Original
Segmented
छिन्न-अभ्रम् इव गन्तासि विलयम् मारुत-ईरितम् लोकयोः उभयोः भ्रष्टो हि अन्तराले व्यवस्थितः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
छिन्न | छिद् | pos=va,comp=y,f=part |
अभ्रम् | अभ्र | pos=n,g=n,c=2,n=s |
इव | इव | pos=i |
गन्तासि | गम् | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |
विलयम् | विलय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
मारुत | मारुत | pos=n,comp=y |
ईरितम् | ईरय् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
लोकयोः | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=d |
उभयोः | उभय | pos=a,g=m,c=7,n=d |
भ्रष्टो | भ्रंश् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
हि | हि | pos=i |
अन्तराले | अन्तराल | pos=n,g=n,c=7,n=s |
व्यवस्थितः | व्यवस्था | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |